युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने चाय दुकान में की 1400 की उधारी चाय वाले ने पैसे मांगे तो पिटाई कर दी
बिलासपुर। शहर के तारबहार थाने के पास अमृततुल्य नाम की चाय की दुकान चलाने वाले एक युवक मोहनीश ने कांग्रेस नेता राजू यादव पर बार बार उधार में चाय पीने, उधार न चुकाने और उधार चुकाने को कहने पर मारपीट और गाली गलौच करने का आरोप लगाया है।

कौन है ये राजू यादव
कांग्रेस में सांगठनिक तौर पर बिलासपुर जिले को शहरी और ग्रामीण दो हिस्सों में बांटा जाता है। पार्टी संगठन से जुड़े वे युवा जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं उनका प्रतिनिधित्व करने के लिए संगठन में एक पद है “युवा कांग्रेस अध्यक्ष (ग्रामीण)”। इसी पद को होल्ड करते हैं जय किशन यादव उर्फ़ राजू यादव। इन्हीं राजू यादव पर उधार में चाय पीने, उधार न चुकाने और उधार चुकाने को कहने पर एक गरीब चायवाले को पीटने और गालियां बकने का आरोप है।

क्या है पूरा मामला
तारबहर थानाक्षेत्र में होटल आनन्दा के पास एफसीआई चौक पर अमृततुल्य नाम की चाय की दुकान है। इस दुकान के संचालक मोहनिश घृतलहरे ने बताया कि कांग्रेस नेता राजू यादव अपने साथियों के साथ उनकी दुकान से उधार में चाय पीते हैं। 10-10 रुपए की चाय का उधार बढ़ते बढ़ते 1400 रुपए पहुंच गया। 31 जनवरी की शाम लगभग 8 बजे कांग्रेस नेता राजू यादव, ज्योतिराव, अक्षय और कुछ अन्य लोग फिर से चाय पीने उसी दुकान पर पहुंचे। चाय पीकर फिर से बिना पैसे दिए जाने लगे तो चाय वाले मोहनीश ने उस शाम के और पिछले बकाया 1400 रुपयों का भुगतान करने को कहा। इसी बात पर विवाद बढ़ गया।
मोहनिश का कहना है कि राजू यादव, ज्योतिराव और अक्षय ने उन्हें जातिगत गालियां दीं, उनके और उनके पिता के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों पर धारा 294, 323, 506, 34 के तहत FIR दर्ज कर ली है। जातिगत गलियों के लिए लगने वाली धारा अबतक नहीं जोड़ी गई है। चाय वाले के साथ मारपीट का cctv वीडियो भी सामने आया है। युवा कांग्रेस का चुनाव जीतने से पहले भी इन लोगों पर गुंडागर्दी करने और धमकी देने के आरोप लग चुके हैं।

संगठन के ही लोगों का मानना है कि ज़िम्मेदार और महत्वपूर्ण पदों पर बैठे नेताओं की ऐसी आपत्तिजनक गतिविधियों के ज़िले में संगठन की बदनामी हो रही है और नेतृत्व पर भी सवाल उठ रहे हैं।
संगठन में “तेजपत्ता बनाम धनियापत्ती” की नई थ्योरी की चर्चा
कुछ महीने पहले ही प्रदेश में युवा कांग्रेस के चुनाव संपन्न हुए हैं। युवा कांग्रेस यानि पार्टी की युवा इकाई। संगठन के स्तर पर होने वाला ये चुनाव यूं तो बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है लेकिन संगठन से जुड़े कुछ पुराने दुबराज (सीनियर) लोगों का कहना है कि तकरीबन छः साल बाद हुए इस चुनाव ने संगठन को नुकसान पहुंचाया है। किस तरह का नुकसान पहुंचाया है ये पृथक चर्चा विषय है, फिलहाल बस इतना बता देते हैं कि ज़िले के संगठन में “तेजपत्ता बनाम धनियापत्ती” की नई थ्योरी चर्चा में है। संगठन के कुछ पुराने लोगों का कहना है कि पुराने लोग पकवान बनने की शुरुआत में डलने वाले तेजपत्ते की तरह हैं जिसकी महक और ज़ायके से पूरे पकवान का स्वाद बढ़ जाता है। और हरे धनिए की पत्तियां पकवान बनने के बाद सबसे आख़िर में डाली जाती हैं।
संगठन के पुराने लोगों (तेजपत्ता) को संगठन ने हाशिए पर रख दिया है और नए लोगों (धनियापत्ता) को विशेष तवज्जो दी जा रही है। इस बात से संगठन के पुराने लोग व्यथित हैं।