कला साहित्य एवं संस्कृति कविताएँमोहब्बत तो इन्सान की फ़ितरत हैNews Desk28/02/202028/02/2020 by News Desk28/02/202028/02/20201626 नन्द कश्यप की कविता मोहब्बत तो इन्सान की फितरत हैवर्ना वह जन्नत से धरती पर धकेला न जाता न जाने कितने फिरोन, राजा, महाराजानफ़रत की...
अभिव्यक्ति आंदोलन कला साहित्य एवं संस्कृति कविताएँ धर्मनिरपेक्षता राजकीय हिंसा राजनीति सांप्रदायिकता हिंसातुम कौन हो बे : पुनीत शर्मा की कविताAnuj Shrivastava10/01/202010/01/2020 by Anuj Shrivastava10/01/202010/01/202013281 हिंदुस्तान से मेरा सीधा रिश्ता है, तुम कौन हो बे क्यूँ बतलाऊँ तुमको कितना गहरा है, . तुम कौन हो बे तुम चीखो तुम ही...
कला साहित्य एवं संस्कृति कविताएँबायोडाटा लिखना: विस्वावा शिम्बोर्स्काAnuj Shrivastava30/09/201930/09/2019 by Anuj Shrivastava30/09/201930/09/20190441 बायोडाटा में अपने सारे प्रेमों में से सिर्फ विवाह का ज़िक्र करो…आपने कभी न कभी अपना बायोडाटा भरा ही होगा, नाम, जाति, शिक्षा, निवास, रुचियाँ....
कला साहित्य एवं संस्कृतिNine Riders from HellNews Desk27/06/2017 by News Desk27/06/20170405 Presented hereinbelow are translations of one poem each from nine Bengali poets who had embraced martyrdom in the early years of Naxalbari. 1. Saroj Dutta...