कला साहित्य एवं संस्कृति4 . मसाला चाय में आज सुनिए शरद की व्यंग्य रचना “अतिथि तुम कब जाओगे” वाणी अनुज .Anuj Shrivastava22/06/201922/06/2019 by Anuj Shrivastava22/06/201922/06/20190332 रचना के कुछ अंश इस तरह हैं :- तुम जिस सोफ़े पर टांगें पसारे बैठे हो, उसके ठीक सामने एक कैलेंडर लगा है, जिसकी फड़फड़ाती...