बिलासपुर। तालापारा वार्ड 25 में तालाब के पास की झुग्गी बस्ती को सरकार द्वारा तोड़ने के निर्णय का बस्ती वाले लगातार विरोध कर रहे हैं। बस्ती के लोग गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह करते हुए अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं। कल विरोध के आठवें दिन बस्ती में रजनीकांत की फिल्म “काला” का प्रदर्शन किया गया।
फ़िल्म में मुंबई के झुग्गी बस्ती वाले इलाके “धारावी” के लोगों के संघर्ष की कहानी है।
फ़िल्म में “क्लीन मुंबई” के नाम पर गरीबों के घर तोड़ने की तिकड़म लगाई जा रही थी और बिलासपुर में “स्मार्ट सिटी” के नाम से ग़रीबों के घर तोड़ने के नोटिस दिए जा रहे हैं।
फ़िल्म में एक व्यक्ति बस्ती वालों को घर ख़ाली करने के लिए डराता धमकाता दिखता है उसी तरह बिलासपुर के विधायक भी बस्ती में आकर बस्ती वालों को धमका चुके हैं कि जो मिल रहा है ले लो वरना ये भी नहीं मिलेगा।
फ़िल्म में कुछ सरकारी लोग आंदोलन में शामिल एक महिला को मार डालते हैं। यहां बिलासपुर में सभापति महोदय भी आंदोलन में शामिल महिलाओं को मा – बहन की गालियां दे चुके हैं
फ़िल्म के बाद लोगों ने बातचीत की और कहा कि जिस तरह वो लोग एक होकर मक्कारों से लड़ते हैं और बस्ती को बचा लेते हैं वैसे ही हम भी एक होकर संघर्ष करेंगे और अपनी बस्ती को बचाएंगे।
बस्ती की समिति के लोगो ने बिलासपुर के नागरिकों से अपील की है कि हमारी लड़ाई में शामिल होइए। साथ ही आंदोलन में शामिल होने वाले लोगो ने मीडिया को धन्यवाद भी दिया।