बिलासपुर/सिरगिट्टी। शहर के एक पेट्रोल पम्प में काम करने वाला, नशे का आदि हो चुका आरती दास वैष्णव तकरीबन रोज़ ही नशे की हालत में अपनी पत्नी के साथ मारपीट और गाली-गलौच किया करता था।
सिरगिट्टी के पथरियापारा हरदीकलाटोना क्षेत्र की रहने वाली आनुसूइया बाई वैष्णव को बीते 10 तारीख की रात तकरीबन 11 बजे उनके बेटे ने घायल लहूलुहान हालत में सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया था। जाँच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सिरगिट्टी पुलिस ने पंचनामा बनाकर जाँच शुरू की। परिवार के अन्य सदस्यों और आसपड़ोस के लोगों के बयान से ये बात सामने आई कि घटना के दिन भी अनुसूइया बाई के साथ उनके पति ने गंभीर मारपीट की थी और उन्हें घायल हालत में छोड़कर घर से भाग गया था।
रेल्वे स्टेशन में भिखारियों के झुण्ड में था छुपा
पत्नी की हत्या करने के बाद आरोपी आरती दास छुपने और पुलिस से बचने के लिए बिलासपुर रेल्वे स्टेशन के बाहर भिखारियों के झुण्ड में जाकर छुपा हुआ था।
पुलिस की सूझबूझ काम आई
हत्यारे आरोपी का पता लगाने में सिरगिट्टी पुलिस ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। आसपास के इलाकों में रहने वाले सगे संबंधियों और दोस्तों के घरों पर पुलिस नज़र रखे हुए थी। 11 से ज़्यादा अलग अलग ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी लेकिन आरोपी ने रिश्तेदारों या दोस्तों से संपर्क नहीं किया था।
ये पूछने पर कि आरोपी के भिखारियों के बीच छुपे होने की जानकारी कैसे मिली, सिरगिट्टी के थाना प्रभारी फ़ैज़ुल हुदा ने कहा कि सिरगिट्टी के आसपास से गुज़रने वाली बसों के कर्मचारियों ने भी जब ऐसे किसी संदिग्ध को न देखने की बात कही तब हमने सोचा कि वो ऐसी किसी जगह पर तो ज़रूर जाएगा जहां उसे भोजन मिल सके। बस अड्डे और रेल्वे स्टेशन में गरीबों को खाना बाँटने का काम कई संस्थाए करती हैं इसलिए टीम ने वहां खोजबीन शुरू की। थाना प्रभारी फ़ैज़ुल हुदा का अनुमान सही निकला और आरोपी को रेल्वे स्टेशन से गिरफ़्तार कर लिया गया।
पत्नी की हत्या के आरोपी आरती दास पर धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।