पत्रिका में प्रकाशित खबर के अनुसार महतारी एक्सप्रेस एंबुलेंस सेवा का संचालन करने वाली कंपनी JVK-EMRI ने 31 जुलाई से एंबुलेंस का संचालन बंद करने का फैसला ले लिया है। कंपनी ने यह जानकारी विभाग को देते हुए अपने 1750 अधिकारी कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने की घोषणा भी कर दी है।
गर्भवती माताओं और उनके 1 साल की आयु के बच्चों को अस्पताल लाने, ले जाने वाली यह महत्वपूर्ण सेवा है अगर ये बंद होती है तो प्रदेश की हजारों माताओं पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
पत्रिका ने लिखा है कि उनकी पड़ताल में सामने आया कि 2 साल, यानी जुलाई 2018 से विभाग और कंपनी के बीच विवाद गहराया हुआ है। जुलाई 2018 में कंपनी से अनुबंध समाप्त हो गया था। मगर विभाग द्वारा कहा गया कि नए टेंडर तक सेवाएं जारी रखें। तीन बार टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद कंपनी का चयन नहीं हो सका। फरवरी-मार्च में तीसरा टेंडर रद्द कर दिया गया है। इस तर्क के साथ कि योग्य कंपनी नहीं मिली। चौथा टेंडर निकाला जाएगा, मगर यह कोरोना काल में ठंडे बस्ते में चला गया है।
अख़बार ने लिखा है कि कंपनी की ऑपरेशन कॉस्ट ढाई करोड़ मासिक बैठती है। वह राशि भी बीते 2 महीने से आधी कर दी गई है। कंपनी का कहना है कि विभाग पुरानी दर पर ही काम ले रहा है, अब उस पर सेवा देना संभव नहीं है। 2013 में आई एंबुलेंस अब कबाड़ हो चुकी हैं। मेंटेनेंस लागत बढ़ती जा रही है। इन्हीं सब कारणों से कंपनी ने हाथ खींच लिया है।