बिलासपुर: सीने में गोली मारकर सरेराह युवक की हत्या, फ़रार आरोपी ने किया आत्मसमर्पण
हत्या के मामले में जेल में बन्द एक अपराधी ज़मानत पर छूटकर अपने घर आता है। पुराने शागिर्द के साथ उसकी कुछ कहासुनी मारपीट हो जाती है। अब शागिर्द अपने इस अपमान का बदला लेने के लिए तड़प रहा है। एक शाम वो अपने दोस्त के साथ के मोटरसाइकिल पर सवार हाँथ मे बन्दूक लिए आता है और दुश्मन के सीने पर तीन गोलियां दागकर निकल जाता है। घटना के बाद पुलिस आती है गोली का ख़ाली खोखा ज़ब्त करती है। पुलिस गोली चलाने वालों को खोज रही है पर खोज नहीं पा रही है। दो दिन बाद आरोपी ख़ुद ही थाने पहुचता है और हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर देता है।
ये साउथ की किसी सुपरहिट फिल्म की कहानी नहीं है। बिलासपुर शहर में ये सचमुच हो रहा है।
न्यायधानी कहा जाने वाला बिलासपुर शहर गंभीर आपराधिक घटनाओं का गढ़ बनता जा रहा है। बीते सोमवार की शाम शहर से लगे देवरीखुर्द लालखदान इलाके में एक युवक की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
देवरी खुर्द के रहने वाले आदतन दो बदमाशो के बीच आपसी रंजिश के चलते उत्पन्न विवाद में संजय पाण्डे नामक युवक ने बिल्लू श्रीवास नामक युवक पर गोली दागकर उसकी हत्या कर दी थी। घायल युवक को इलाज के लिए तुरंत अपोलो अस्पताल लेजाया गया। बताया जा रहा है कि अस्पताल पहुचने से पहले ही घायल युवक की मौत हो चुकी थी।
गोली चलाने के बाद आरोपी संजय पाण्डे फरार बताया हो गया था पुलिस उसे ढूंढने की कोशिश कर रही थी लेकिन ढूंढ नहीं पा रही थी।
कल देर रात फरार आरोपी ने तोरवा थाने पहुचकर खुद ही समर्पण कर दिया। घटना में इस्तेमाल हथियार और वाहन भी पुलिस ने ज़ब्त कर लिए हैं।
आत्मसमर्पण के बात पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में दोनों आरोपियों ने कहा कि पुलिस द्वारा एनकाउंटर कर दिए जाने के डर से उन्होंने खुद ही पुलिस के पास आ जाना सही समझा।
पुलिस ने बताया कि घटना के 48 घंटो के अंदर ही यूपी, दिल्ली, बिहार, एमपी, कोटा, तखतपुर, भिलाई, चाम्पा आदि स्थानों पर रहने वालेेके आरोपियों के त सहतेदारों और परिचितों के घर तक दबिश दी जा चुकी थी जिससे दोनों फरार आरोपी दहशत में थे।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक देवरीखुर्द में दो लोगों के बीच विवाद के चलते एक ने दूसरे पर गोली चलाई थी, जिसमें तीन बार गोली चली बिल्लू नामक युवक की सीने में गोली लगने से मौत हुई। घटना के कच्छ दिनों पहले संजय पांडे और बिल्लू श्रीवास के बीच आपस मे मारपीट हुई थी। संजय पांडे अपने साथ हुई मारपीट का बदला लेना चाहता था इसलिए उसने बिल्लू श्रीवास पर गोली चला दी।
घटनास्थल से पुलिस को एक बंदूक की गोली का सेल (खोल) प्राप्त हुआ। मृतक बिल्लू श्रीवास आर्म एक्ट व साक्ष्य छुपाने के मामले में आरोपी था, वह कुछ समय पहले जमानत पर छूटा था।
14 साल पहले हुए गोलीकांड में आरोेपित था बिल्लू
रामाब्रेकिंग में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक मृतक बिल्लू श्रीवास आदतन बदमाश था। उसके खिलाफ तोरवा थाने में मारपीट समेत अन्य मामलों में जुर्म दर्ज है। चार अगस्त 2004 को लालखदान स्थित रेलवे फाटक के पास हुए रविकांत राय हत्याकांड में वह सह आरोपित था। बिल्लू, रंजन गर्ग व शशी गर्ग समेत छह आरोपितों ने मिलकर बस मालिक रविकांत राय की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हालाकि बाद में वह बरी हो गया , इसके साथ ही हत्या के एक अन्य मामले में भी वह आरोपित रहा है। इसी तरह चार मार्च 2018 में भाजपा नेता चंद्रप्रकाश सूर्या के जन्मदिन की पार्टी के दौरान गोली चली थी, जिसमें बिल्लू श्रीवास आरोपित था। इस वारदात में बिल्लू के पिस्टल से गुड्डा उर्फ रामबचन सिंह ठाकुर पिता रूप सिंह ने भाजपा नेता के भांजे दुर्गेश सूर्यवंशी पर फायरिंग कर दी थी।