आज मसाला चाय कार्यक्रम सुनते हैं शायर अदम गोंडवी की कुछ कविताएं.
अदम गोंडवी ने अपने कहने के लिए बहुत सरल भाषा चुनी.उन्होंने बहुत नहीं लिखा. उन्होंने लिखने से ज्यादा कहने काम किया शायद इसीलिए उनकी कविताएं लोगों को मुज़ुबानी याद हैं.
उन्होंने लय, तुक और शब्दों की कारस्तानी से हटकर जनता के जीवन को उसके कच्चे रूप में ही सबके सामने रख दिया. वे जनता के दुख-दर्द को गाने लगे.
अनुज श्रीवास्तव ने मुबंई में.मसाला चाय की श्रंखला प्रारंभ की थी जिसमें वे देश के लब्धप्रतिष्ठित साहित्यकार ,कवि और लेखकों की कहानी, कविता का पाठ करते है.यह श्रंखला बहुत लोकप्रिय हुई ,करीब 50,60 एपीसोड. जारी किये गये. सीजीबास्केट और यूट्यूब चैनल पर क्रमशः जारी करने की योजना हैं. हमें भरोसा है कि अनुज की लयबद्धत आवाज़ में आपको अपने प्रिय लेखकों की कहानी कविताएं जरूर पसंद आयेंगी.
मसाला चाय के इस अंक में सुनिए..शायर अदव गोंडवी की कुछ कवितायें ….