कोरोना लॉक डाउन में सरकारी बदइंतज़ामी का शिकार हो रही देश की ग़रीब जनता की मदद के लिए राहतकोष में लोग दान कर रहे हैं. इसी नेक काम के लिए शाम्भवी ने भी आज अपना गुल्लक फोड़ दिया.
कल 5 अप्रैल को शाम्भवी का जन्मदिन था. शाम्भवी बिलासपुर के सरकंडा इलाके में रहती हैं, केवल 10 साल की हैं और कक्षा छठवीं में पढ़ती हैं. उन्होंने अपना जन्मदिन ख़ास अंदाज़ में मनाया… शायद इसे मनाया कहना ठीक नहीं होगा, ज़रूरतमंदों को अपना जन्मदिन समर्पित कर दिया कहें तो ज़्यादा ठीक होगा.
रविवार की शाम शाम्भवी अपने पिता भागवत साहू के साथ तारबहार पुलिस स्टेशन पहुंची, वहीँ अपना गुल्लक फोड़ा और जितने भी पैसे जमा हुए थे वो पुलिस को दे दिए. शाम्भवी चाहती हैं के ये पैसे गरीबों के लिए मास्क, सैनेटाइज़र, राशन आदि के इनजाम में ख़र्च किए जाएं.
पिटा ने कहा कि बिटिया के इस पैसले से उन्हें बड़ी ख़ुशी है.
शाम्भवी ने ये पैसे तारबहार थाना प्रभारी प्रदीप आर्य के हांथों में सौंपें. पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल शाम्भवी के इस फैसले की सराहना की. सभी पुलिस कर्मियों ने उन्हें जन्मदिन की बधाई भी दी और शुक्रिया भी कहा.
शायद आप जानना चाहें कि गुल्लक से पैसे कितने निकले…वैश्विक बाज़ार में रुपयों की कीमत भले ही लुढ़क गई हो पर शाम्भवी के ये छै हज़ार लाखों के बराबर हैं.