राजकीय हिंसा शासकीय दमन

रायगढ : कापू पुलिस का वहशीपन ,

नितिन सिन्हा की रिपोर्ट

रायगढ़ जिले के सुदूर थाना कापू में पुलिस का ख़ौफ़नाक चेहरा सामने आया है! जिसमें थाने में पदस्थ पुलिस कर्मियों ने एक बुजर्ग ग्रामीण को मरते दम तक पीटा है। पिटाई की वजह से गम्भीर हालत में खून से लथपथ ग्रामीण को आनन-फानन में सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कहना खून अब किया अस्पताल में भर्ती खाखी की जारी दबंगई।

रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ पुलिस जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए होती है। लेकिन जब पुलिस ही अपना कर्तव्य और जिम्मेदारी भूलकर वर्दी का रौब दिखाने में लगी है। एक तरफ जिला पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल सोशल पुलिसिंग का प्रचार-प्रसार करते दिखते हैं,तो दूसरी तरफ उनके मातहत पुलिस कर्मी राह चलते बेकसूर कमजोर ग्रामीण पर अपना क़ानूनी डंडा चलाने में लगी है। पुलिस के ऐसे दोहरे आचरण से उसकी विश्वशनियता पर बड़ा गंभीर सवाल उठ खड़ा होता है।


पुलिस के ऐसे ही विवादित आचरण का ऐसा ही एक सनसनी खेज मामला धरमजयगढ़ पुलिस अनुविभागीय क्षेत्र के अंतर्गत कापू थाने में देखने को मिला है। जहाँ जमीन विवाद को लेकर एक बुजुर्ग को कापू पुलिस द्वारा थाने पकड़कर लाया गया, उसके बाद उसके साथ जो किया गया उसे अमानवीय कृत्य ही कहेंगे परिजनों की माने तो बुजुर्ग के साथ पुलिस द्वारा बेदम मारपीट की गई है? एक तरह से उस पर थर्ड डिग्री इस्तेमाल किया गया है, चार – चार सिपाही मिलकर उसके साथ मारपीट किए है । मारपीट की यह घटना इस कदर भयावह है कि बुजुर्ग लहूलुहान ग्रामीण को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है। यहाँ उसकी हालत बिगड़ती देख आखिर में कापू पुलिस ने घायल बुजुर्ग को खुद धरमजयगढ़ सरकारी अस्पताल में लाकर भर्ती कराया है।

पूरा मामला रायगढ़ जिले के कापू थाना क्षेत्र का है, जहाँ जमीन विवाद को लेकर लिप्ति गाँव निवासी परमानंद अपने विरोधी तुलसी राम से कहासुनी हो गई थी। उसी दौरान परमानंद और तुलसी में काफी बहस छिड़ गया। फिर क्या था उसके बाद तुलसीराम के थाने में रिपोर्ट करने की देर थी तत्काल पुलिस अपने असल रूप में आ गई और खाकी वर्दी का रौब दिखाते हुए परमानंद को उसके घर से उठा लाई और लात घूसों से उसकी बेदम पिटाई कर दी। तपुलिस की मारपीट इस कदर भयावह थी कि परमानंद की हालत गम्भीर हो गई। उसे धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया है। हालांकि इस घटना की जानकारी कापू थाना प्रभारी को नहीं थी। जब जानकारी हुई तो वे स्वयं अस्पताल आकर बुजुर्ग का हाल – चाल जाना और सम्बंधित सिपाहियों को फटकार भी लगाईं। वहीँ थाना प्रभारी का कहना है. की इस गंभीर मामले पर सघन जांच होगी और जांच पश्चात दोषी पाए जाने पर सम्बंधित पर उचित कार्यवाई की जायेगी।

फिलहाल पीड़ित परमानंद यादव का धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल में इलाज जारी है परिजनों की माने तो कापू पुलिस द्वारा बेवजह परमानंद को थाने लाकर मारपीट की गई है, चार – चार सिपाही मिलकर उसके साथ मारपीट किए हैं।
पीड़ित पक्ष सम्बंधित सिपाहियों के खिलाफ धरमजयगढ़ अनुविभागीय अधिकारी पुलिस से शिकायत करने की बात कह रहें हैं। अब यहां देखने वाली बात यह होगी की इस मामले पर क्या पीड़ित बुजुर्ग को न्याय मिल पायेगा ? या जांच के नाम पर दोषी पुलिस कर्मियों को बचा लिया जाएगा.? बहरहाल कापू पुलिस थाने कि उक्त घटना से जिला पुलिस अधीक्षक के सोशल पुलिसिंग के दावे को गहरा झटका लगा है।

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