फेरो वेंडियम नमक खतरनाक केमिकल बनाने वाली इस फैक्ट्री ने सन2012 से देलारी के ग्रामीणों का जीना दुर्भर कर रखा है | चिमनियों से घातक धुंवा निकलता है जो ग्रामीणों की सासों में समाकर अनेक बीमारियों को आमंत्रित कर रहा है|फैक्ट्री से निकलने वाली दुर्गन्ध से ग्रामीणों का घरों में रहना दुश्वार हो गया है|
छत्तीसगढ़ पर्यावरण विभाग रायगढ़ ने प्रदुषण नियंत्रण में असफल रहने पर 12 जून 2019 को फैक्ट्री बंद करने आदेश दिया एवं विद्युत् विभाग को इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन काटने पत्र लिखा|
जैसा कि प्राय होता है नोटिस देने के बाद न तो पर्यावरण विभाग ने कभी ये जानने की कोशिस की कि वास्तव में फैक्ट्री बंद हुई या नहीं और न ही विद्युत् विभाग ने इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन काटा | नतीजन फैक्ट्री धडल्ले से चल रही है|
देलारी ग्राम के कुछ जागरूक ग्रामीणों ने पर्यावरण विभाग जाकर शिकायत भी की और सोशल मिडिया में वीडियो डालकर अपनी व्यथा भी बताई |
फेरो वेंडियम का पेंटाआक्सीईड रूप एक विषैला रसायन है जिससे आँखों एवं चमड़ी में अत्यधिक जलन के साथ साथ साँस लेने में तकलीफ और फेफड़ों की गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं |
ताजुब की बात है कि इतने खतरनाक केमिकल बनाने वाली फैक्ट्री को पर्यावरण विभाग ने बस्ती से महज कुछ मीटर की दुरी पर लगाने का लाइसेंस २०१२ में दे दिया |
पर्यावरण विभाग स्वयं इसे एक खतरनाक अपशिष्ट वाली फैक्ट्री मानता है और इसके लिये अलग से लाइसेंस भी २०१६ में दिया है जबकि फैक्ट्री २०१२ से संचालित है |
जन चेतना से आभार सहित