22 .02.2019
हसदेव अरण्य क्षेत्र सघन वन और जैवविविधता से भरपूर होने के बावजूद भारी विपदा से गुजर रहा है .चारों तरफ अधाधुंध कटाई और खनिजों के दोहन ने ग्रामों में रहने वाले आदिवासी और अन्य समुदायों में अफरातफरी का माहौल बन गया है .वनाधिकार कानून के तहत सामूहिक और व्यक्तिगत पट्टों का वितरण हो या पेसा कानून के तहत खनिजों पर ग्राम सभाओं की विधिवत स्वीकृति की स्थिति बहुत खराब है .
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य संविधान की पाँचवी अनुसूची के प्रावधानों के प्रति ग्रामसभाओं के अधिकारों का प्रकटन एवं पेसा व वनाधिकार मान्यता कानून की मूल मंशा अनुरूप उसके क्रियान्वयन की मांग सरकार के समक्ष रखना।
ज्ञात हो कि पिछले 15 वर्षों में छत्तीसगढ़ में ग्रामसभाओं के अधिकारों का सतत हनन हुआ हैं। पेसा कानून और वनाधिकार मान्यता कानून जो कि ग्रामसभाओं को अधिकार सम्पन्न बनाते हैं उनका कभी भी प्रभावी क्रियान्वयन राज्य सरकार के द्वारा नही किया गया । यहां तक कि कारपोरेट मुनाफे के लिए ग्रामसभाओं से दवाबपूर्वक प्रस्ताव हासिल किए जाते रहे।
यह सम्मेलन हसदेव अरण्य क्षेत्र में हो रहा हैं जिसमे विभिन्न कोल ब्लॉक प्रस्तवित हैं जिनका ग्रामसभाएं सतत विरोध करती रही हैं।
आगामी 24 फरवरी 2019 को हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति और छत्त्तीसगढ बचाओ आंदोलन के आव्हान पर पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र की 150 ग्राम सभ़ाओं का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है.
ग्राम सभायें लगातार पिछले सालों से प्रस्ताव पास करती रहीं है कि अनुसूचित क्षेत्रों में पेसा कानून 1996 को प्रभावी तरीके से लागू किया जाये इसके अनुसार ग्राम सभा की सर्वोच्चता को मान्यता प्राप्त हो और उन्हें अधिकार संपन्न बनाया जाये जिसका प्रावधान पेसा कानून में है .पिछली सरकारों ने उसका लगातार न केवल उलंघन किया बल्कि उसके खिलाफ काम किया है .
साथ ही ग्राम सभाओं की मांग रही है कि वनाधिकार मान्यता कानून 2006 के अनुसार व्यक्तिगत और सामूदायिक वनाधिकारों को मान्यता दी जाये ,पात्र लोगों को पट्टे प्रदान नहीं किये गये जिन्हें दिये भी गये थे उन्हें गैरकानूनी तरीके से वापस ले लिया गया .कानून के अनुसार सामूहिक वनाधिकारों को मानकर वन संसाधनों का सरंक्षण और प्रबंध ग्राम सभाओं को सोंपा जाना चाहिए .
ग्राम सभाओं का महा सम्मेलन 24 फरवरी को ग्राम मोरगा ,पोडीउपरोड़ा जिला कोरबा में सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक होना है ./ सम्मेलन में मुख्य अतिथि डा. प्रेम साय सिंह ,मंत्री आदिम जाति ,अनुसूचित जाति विकास ,स्कूली शिक्षा एवं सहकारिता विभाग . एवं श्री अरविंद नेताम ,पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा समाज वादी किसान नेता आनंद मिश्रा प्रमुख रूप से शामिल रहेंगे .