जशपुरनगर/ जिले के मनोरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत गिधा के महरंग पाठ गांव से सरकारी स्कूल के संचालन में अनियमिता की एक और खबर आ रही है. ग्रामीणों से मिली सूचना के अनुसार शासकीय प्राथमिक शाला महरंग पाठ स्कूल में बच्चों के खाना खाने के बाद स्कूल के एकमात्र शिक्षक के द्वारा 12:30 बजे स्कूल बंद कर दिया जाता है.
ग्राम पंचायत गिधा के महरंग पाठ प्राथमिक शाला में 26 बच्चे हैं, जिनमें से अधिकाशं पहाड़ी कोरवा जनजाति के हैं. ग्रामीणों ने बताया कि जब शिक्षक समय पर स्कूल आने और पूरे समय तक स्कूल खोले रखने की बात कही गई तो शिक्षक विनोद राम भगत ने ग्रामीणों से कहा कि जो करना चाहते हैं कर लीजिए. शिक्षक विनोद राम भगत स्कूल बंद कर बच्चों को स्कूल के पास खेलते हुए छोडक़र चले जाते हैं.
सहायक शिक्षक भर्ती हाई कोर्ट के निर्णय से बाधित बिलासपुर
ग्राम पंचायत गीधा के महरंग पाठ के पंच विनय यादव ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला महरंग पाठ स्कूल के महज 20 मीटर दूर ही गांव का तालाब है और स्कूल के बंद होने के बाद बच्चे तालाब में पहुंच जाते हैं इसलिए बच्चों को लेकर ग्रामीणों में हमेशा डर बना रहता है. ग्रामीणों ने बताया कि महरंगपाठ स्कूल में दो शिक्षक पदस्थ थे लेकिन 29 जुलाई 2019 को स्कूल की शिक्षिका नीलिमा टोप्पो का स्थानांतरण हो गया जिसके बाद से स्कूल में एक ही शिक्षक है.
(नोट – ये ख़बर हमने पत्रिका न्यूज़ की वेबसाईट से ली है जिसका लिन्क नीचे दिया गया है)
https://www.patrika.com/jashpur-nagar-news/teacher-closes-school-after-providing-mid-day-meal-to-children-5008525/