विशेष संरक्षित जाति के लोगों ने सौंपा ज्ञापन , इसके पीछे क्षेत्र के भाजपा नेताओं का हाथ बताया जारहा .ःः

. लेमरू एलिफेंट रिजर्व की घोषणा साथ ही इसका विरोध भी शुरू है . मंगलवार ग्राम पंचायत लेमरू , देवपहरी और नकिया क्षेत्र विशेष संरक्षित जाति के लोग शहर पहुंचे . इन्होंने प्रशासन को ज्ञापन सौंप हाथी अभयारण्य नहीं खोलने की मांग रखी . इधर , बताया गया है कि इस विरोध के पीछे क्षेत्र कुछ भाजपा नेताओं हाथ है .
यहां बताना होगा 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री भपेश बघेल ने लेमरू एलिफेंट रिजर्व की घोषणा की 2005 में यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया था . 2007 केन्द्र की यूपीए सरकार की मंजूरी इसके लिए नोटिफिकेशन जारी किया था . जिले में हाथियों का उत्पात निरंतर बना हुआ जान माल दोनों कोनकसान पहुंचरहा है . इधर , हाथी अभयारण्यका विरोध भी शुरू हो .ः
मंगलवार को ग्राम पंचायत लेमरू पुलिसने कीव्यवस्था ?
बताया गया है कि संरक्षित जाति लोगों को लाजे चार पहिया वाहनों की व्यवस्था की गई थी . कहा जा रहा इस कार्य में पुलिस थाना के लोगों ने सहयोग दिया अभयारण्य बनने से वनवासियों की जान माल पर खतरा बना रहेगा इस ज्ञापन लेमरू देवपहरी किया क्षेत्र के सरपंचों सहित अन्य के दस्तखत भी हैं . इस बीच चर्चा हुई कि विशेष संरक्षित जाति के लोगों को लेमरू क्षेत्र कुछेक भाजपा नेताओं शहर तक लाया गया था . .
देवपहरी एवं नकिया में रहने विशेष संरक्षित जाति के लोग संख्या . इनके हाथ वन मंडलाधिकारी वन मंडल कोरबा नाम एक ज्ञापन था . इसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री का प्रषित ज्ञापन था.
नवभारत ब्यूरो कोरबा ः