
जिस समय देश में लॉकडाउन की घोषणा की गई वो भारत में शादियों का सीज़न होता है. मैरिज इंडस्ट्री अब भारत में बहुत बड़ा व्यवसाय है जिससे लाखों लोगों के घर का चूल्हा जलता है.
शादियों पार्टियों का एक ज़रूरी हिस्सा होता है वहां लगने वाला साउंड सिस्टम और DJ. छोटे साउंड और DJ चलाने वाले अपनी आमदनी का एक बहुत बड़ा हिस्सा इन्हीं शादियों के मौसम में कमाते हैं. हर एक साउंड वाले के व्यवसाय से कम से कम 5 घरों का ख़र्च चलता है.
लॉकडाउन में इन सभी का काम पूरी तरह बन्द है. खीचतान के जैसे तैसे अब तक ख़र्च चल रहा था लेकिन अब इन्हें भी राशन की समस्या होने लगी है. ज़्यादातर साउंड संचालकों ने बैंक से लोन भी ले रखा है.
संचालक साउंड संघ ने बिलासपुर के नवनियुक्त कलेक्टर सारांश मित्तर को कल लिखित में अपनी समस्याओं से अवगत कराया है और उनसे मदद मांगी है.
संघ के अध्यक्ष विजय कश्यप ने बताया कि कुछ बिन्दुओं में उन्होंने अपनी बात कही है जो संक्षेप्त में इस तरह है :-
1 महोदय पिछले 2 माह शादी के सीज़न में हमने कुछ नहीं कमाया है, यदि ऐसा ही चलता रहा तो हम भुखमरी का सामना करना पड़ेगा.
2 लॉकडाउन के पूर्व हमने अपने काम के लिए जो एडवान्स लिया हुआ था अब हमें उसे वापस भी करना है जिससे अब हमें और भी परेशानी हो रही है.
3 सारी जमा पूँजी हमने सीज़न की तैयारी में ख़र्च कर दी थी.
4 अब हम बैंको का क़र्ज़ कहाँ से चुकाएंगे.
5 महोदय सभी साउंड संचालकों ने सामान रखने के लिए गोदाम किराए पर लिया हुआ है उसका किराया देने तक के अब पैसे नहीं बचे हैं.
कोरोना महामारी के चलते बिना किसी तैयारी के सरकार द्वारा घोषित कर दिए गए लॉकडाउन ने सभी छोटे व्यापरियों की कमर तोड़ दी है. सभी को इन आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. आम जनता को होने वाली परेशानियों से निपटने के लिए सरकार ने न ही लॉकडाउन के पहले कोई तैयारी की थी और न अब तक कोई योजना बनाई है. साउंड संचालक संघ की इस समस्या पर बिलासपुर कलेक्टर क्या कदम उठाते हैं इस पर हमारी नज़र बनी रहेगी.