मैं अलीम बोल रहा हूं छोटे भाई का लड़का अभी तुम्हारे नाम से सिविल लाइन थाने से फ़ोन आया है मेरेको कि भैया कौन है ऐसा…151 लगा के ना तुरंत अन्दर कर देंगे तुमको, मेरी बात सुनो ऐसा दुबारा मत करना, आओ तुम तुमको सेवा करने का मौका देते हैं हम / ऐसा करना मत कोई बचाने नहीं आएगा ना सीधा अन्दर होगे / मेरे भाई हो कर के बता रा हूं और कोई रहता ना तो फ़ोन भी नहीं करते उनलोग / जानते हैं कि इन्हीं लोग छुटाने जाते हैं सिविल थाना और इधर उधर / तुरंत उस पोस्ट को डिलीट करो और दुबारा मत लिखना वर्ना पुलिस लेके जाएगी तुमको / काम करने का शौक है तो आओ मेरे घर मैं बताता हूं
ऊपर लिखी लाइनें उस फ़ोन कॉल की ऑडियो रिकॉर्डिंग का अंश हैं जो सामजिक कार्यकर्ता नुरूल को धमकी देने के लिए की गई थी.
सामजिक कार्यकर्ता ने सिविल लाइन थाने में इस धमकी के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है.
शिकायत में इन्होने लिखा है कि आज दोपहर तकरीबन 12 बजकर 50 मिनट पर उन्हें एक फ़ोन आया. फ़ोन करने वाले ने खुद को छोटे पार्षद का बेटा बताया. और उन्हें धमकाते हुए उनकी फेसबुक पोस्ट डिलीट करने की धमकी दी.
मामला 26 नंबर वार्ड का है. बिलासपुर नगर निगम केर वार्ड 26 से पार्षद हैं शेख़ नाज्रूद्दीन(छोटे पार्षद).
क्या है पूरा मामला
बिलासपुर के व्यापार विहार इलाके में आयकर विभाग के दफ़्तर के सामने एक कंस्ट्रक्शन साइट है। कोरोना लॉकडाउन के चलते सभी जगहों की तरह यहां भी काम बन्द है।
सरकार के ये साफ़ निर्देश हैं कि लॉकडाउन के पीरियड में जब तक दफ़्तरों, फैक्ट्रियों आदि जिन भी जगहों पर काम बन्द है वहां के कर्मचारियों मजदूरों को वेतन और बाकी सुविधाएं निर्बाध रूप से मुहैय्या कराई जाएं। लेकिन देशभर के मजदूरों का हाल खराब है.
एक अप्रैल की रात cgbasket के पत्रकारों के सामने व्यापार विहार की इस कंस्ट्रक्शन साइट के मजदूरों ने सामाजिक कार्यकर्ताओं को बताया कि मालिक की तरफ़ से न तो राशन मिल रहा है न वेतन दिया जा रहा है।
मजदूरों ने बताया कि दोपहर 2 बजे के लगभग किसी सामाजिक संस्था की गाड़ी आती है जो एक टाईम का पका भोजन देती है, लेकिन रात का खाना नहीं मिलता है. मजदूरों के बताए अनुसार वार्ड के पार्षद भी उनसे मिलने आए थे पर अब तक उनके पास कोई सहायता नहीं पहुची है.
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जब इन मजदूरों से बात की तो मजदूरों ने वीडियो में अपनी समस्याएं बताइं। इस वीडियो को सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोशल साइट्स के माध्यम से इलाके के पार्षद शेख़ नजरूद्दीन(छोटे पार्षद) तक पहुचाया.
इसके बाद सामजिक कार्यकर्ता को धमकी वाले फ़ोन आने लगे
इस वीडियो को सोशल मीडिया में डालने वाले सामजिक कार्यकर्ता को आज सुबह से ही लगातार पार्षद के बेटे और उनके समर्थको की तरफ से धमकी वाले फ़ोन आ रहे हैं. सामजिक कार्यकर्ता ने बताया कि उन्होंने अपनी पोस्ट में वाही लिखा है जो उन्हें ग़रीब मजदूरों ने बताया.
सुनिए वो धमकी भरी फ़ोन रिकॉर्डिंग
पुलिस का नाम लेकर लोगों को धमका रहा है पार्षद का बेटा
ऑडियो रिकॉर्डिंग में धमकी देने वाले युवक ने अपना नाम अलीम बताया, कहा कि मैं छोटे पार्षद का बेटा हूं. उसने ये भी कहा कि सिविल लाइन थाने से मेरे पास फ़ोन आया है कि कोई उल्टा पुल्टा लिख रहा है आप लोगों के बारे में, आप देखो कि कौन है वर्ना FIR करेंगे.
cgbasket के संवाददाता ने सिविल लाइन पुलिस स्टेशन से जानकारी मांगी कि इन सामजिक कार्यकर्ता के नाम से कोई FIR हुई है या हो रही है या ऐसी कोई शिकायत आई है क्या? तो जवाब मिला कि ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है न पुलिस ने किसी को फ़ोन किया है.
अब इसका सीधा मतलब यही है कि पार्षद महोदय के बेटे पुलिस को बदनाम कर रहे हैं.
सामजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये तो सीधी गुंडागर्दी है. ये लोग पुलिस को भी बदनाम कर रहे हैं और पार्षद महोदय को भी बदनाम कर रहे हैं.
साकजिक कार्यकर्ताओं ने सिविललाइन थाने में मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है.