बिलासपुर: शहर के पॉश इलाकों में शामिल सिविल लाईन थानाक्षेत्र में आने वाली ग्रीनपार्क कॉलोनी में बीती शाम भय का माहौल रहा. सुरक्षित समझी जाने वाली इस कॉलोनी में एक कपड़ा व्यवसायी के घर लाखों की लूट हो गई. एक अकेली बुज़ुर्ग महिला को बांध कर बुरी तरह पीटने वाले अपराधी अपना काम कर के उड़नछू हो गए और सिविल लाइन पुलिस बगलें झांकती रह गई.
घटना बीते कल, शाम 7 से 8 बजे के आसपास की है. व्यवसायी मनोहर आडवाणी ने बताया कि शाम लगभग 6 बजे जब वे घर से निकले तब तक सब ठीक था. शाम 8 बजे बेटा विनोद घर पहुचा तो उसने मां को घायल अवस्था मे पाया. घटना के समय महिला घर पर अकेली थी. लुटेरों ने उन्हें बांधकर बुरी तरह पीटा.
पीड़ित महिला फिलहाल अस्पताल में भर्ती है. सर पर टांका लगा होने के कारण वे बातचीत नहींकर पा रही हैं इसलिए डकैतों के हुलिए और लूट के सामान की सही सही जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि एक लाख नकद और लगभग इतने के ही गहने गायब हैं.
लुटेरों ने पूरा घर अस्तव्यस्त कर दिया था. रात में ही घटनास्थल पर महापौर समेत दूसरे राजनीतिक लोग पहुचे थे. जांच करने के लिए कई थानों के TI और उप पुलिस अधीक्षक तत्काल मौके पर पहुच गए थे.
पीड़ित व्यवसायी के घर के सामने ही पार्क में खेल रहे बच्चों ने बताया उन्होंने तीन लोगों को घर मे घुसते देखा था. मोहल्ले के ही cctv कैमरा फ़ुटेज पुलिस द्वारा चेक किये जा रहे हैं ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके.
पुलिस द्वारा डॉग स्क्वायड की भी मदद ली गई पर शायद डॉग भी कुछ खास मदद नहीं कर पाया. घटना स्थल पर घंटों से खड़ी CG 10 AB 8004 नंबर की एक लावारिस स्कूटी भी देखी गई है जिसके बारे में जांच की जा रही है.
घटना में शहर के ही एक बड़े होटल व्यवसायी के बेटे की संदिग्ध भूमिका के बारे में भी दबी जुबान में बात की जा रही है.
आरोपियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने की कोशिश तो पुलिस कर रही है. लेकिन बीच शहर में सर-ए-शाम हुई डकैतीनुमा लूट की ये गंभीर घटना सिविल लाइन थाने के थानेदार महोदय के काम पर बड़ा वाला सवालिया निशान लगा देती है. आखिर सिविल लाइन इलाके में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद कैसे हो चले हैं. घटना के बाद सिर्फ ग्रीनपार्क कॉलोनी में ही नहीं आसपास के इलाकों में भीे दहशत का माहौल है.
बीच शहर में हुई लूट और मारपीट की इस घटना को अब 24 घंटे होने को हैं लेकिन अब भी अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. आएदिन घटनाएं हो रही हैं और पुलिस के होते हुए भी लोगों में असुरक्षा का भाव है.