आदिवासी आंदोलन औद्योगिकीकरण

डिपोजिट 13 अदानी को सोंपने के खिलाफ पहुचे हजारों आदिवासी .सुबह चार बजे से गेट को किया जाम .पहली पाली में काम हुआ प्रभावित .

एनएमडीसी के डिपाजिट—13 को बिना ग्राम सभा की अनुमति के अडानी को सोंपने के खिलाफ जबर्दस्त लामबंदी देखने को मिल रही हैं.आसपास के दो सौ गांव से रवाना हुये हजारों आदिवासी शहर पहुच रहे है .बड़ी संख्या में लोग एन एम डी सी गेट के सामने सुबह चार बजे लोग पहुच गये और गेट जाम कर दिया .कोई भी कर्मचारी या दूसरा व्यक्ति अंदर या बाहर नहीं आ जा सकता .

अनुमान हैं कि करीब 25 हजार आदिवासी यहां एकत्रित हो रहे है यह सब हालात देखकर प्रशासन के हाथ पांव फूल रहे हैं .आदिवासियों ने किरंदुल बैलाडीला की उस पहाड़ी को घेरना शुरू कर दिया हैं जिसे अदानी को दिया जा रहा हैं. उनका कहना है कि इस पहाड मे हमारे देवता बसते है हम किसी भी कीमत में यह किसी को नहीं सोंपने देंगे . पहाड़ी अडानी समूह को प्रदान की गई है वो पूर्ण रूप से आदिवासियों के देवता का निवास है , इसमें प्राकृतिक शक्ति विराजमान है। यहां उत्खनन करने नहीं दिया जायेगा.

आर पार की लड़ाई के लिये तैयार है आदिवासी

लोग कह रहे है कि इस बार आर—पार की लड़ाई लड़ी जाएगी और जब तक कोई निर्णय न हो जाये तब तक के आन्दोलन की तैयारी से आये हैं. दंतेवाडा के चार ब्लाक के साथ साथ बीजापुर आदि इलाकों से भी हजारों आदिवासी आस्था के प्रतीक को बचाने स्वस्फुर्त किरंदुल पैदल पंहुच रहे है। एनएमडीसी के प्रशासनिक भवन के निकट सीआईएसएफ बैरक में यह जमावाड़ा किया जा रहा है।

प्रदर्शन में भाग लने वाले लोगों का कहना है कि यह बीजापुर क्षेत्र लिए देव स्थल है , जिसे पिटोड मेटा के नाम से जाना जाता है को लौह अयस्क खनन हेतु पहले एन . एम . डी . सी . लिमिटेड को लीज आवंटित किया गया . इसके खनन के लिए ग्राम हिरोली में ग्राम सभा का आयोजन कर प्रस्ताव नहीं लिया गया है . एन . एम . डी . सी . प्रबंधन एवं जिला प्रशासन द्वारा फर्जी ग्रामसभा का आयोजन किया गया , और वर्तमान में खनन हेतु अदानी ग्रुप को हस्तांतरित किया गया है । उक्त 13 नम्वर खदान खोलने व फर्जी ग्रामसभा के विरोध में 02 मार्च 2019 को क्षेत्र के लगभग 25 हजार आदिवासी किरन्दुल नगर में एकत्रित होकर भारतीय संविधान एवं कानून का पालन एवं प्राप्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए चचेली नगर तक विशाल रैली कर विरोध प्रदर्शन किया गया था . तब भी हम लोगो ने राज्यपाल को ज्ञापन पत्र के माध्यम से अनुरोध करते हुए कहा गया था कि उक्त परियोजना का काम फौरन रोका जाए एवं आबटन को रद् किया जाए । लेकिन वर्तमान में आबंटित क्षेत्र में भारी मात्रा में पेड़ कटाई प्रारम्भ हो रही हैं.

इसके खिलाफ जनता में एन . एम . डीसी , प्रबंधन एवं प्रशासन के खिलाफ बहुत आक्रोश व्याप्त है । हमारी आवाज़ राज्य एवं केन्द्र सरकार तक पहुंचाने के लिए , हम भारत के संविधान की दुहाई देते हुए एवं भारतीय कानून को सर्वोच्च मानते हुए आज हम सब आये है और जब तक हमारी मांग नही मानी जाती तब तक हम यहां से वापस जाने वाले नही हैं.

बिना अनुमति प्रदर्शन करने पर पुलिस ने दी कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी तो वहीं दरभा डिवीजन के नक्सलियों ने पर्चा फेंक कर किया प्रदर्शन को समर्थन देने का आह्वाहन। सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे चप्पे पर सुरक्षबलों को किया गया तैनात।

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