
रविवार की शाम जेएनयू के छत्रों पर हुए जानलेवा हमले के देशभर के प्रगतिशील लोग विरोध कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ मे भी इस घटना का तीखा विरोध हो रहा है। घटना की जानकारी मी तो रात 12 बजे के लगभग ही रायपुर के जयस्तंभ चौक मे लोग इसका विरोध दर्ज कराने इकट्ठा हो गए।
आज सुबह 9 से 10 बजे तक छत्तीसगढ़ मुक्तिमोर्चा मजदूर कार्यकर्ता समिति, नगरीय निकाय सफाई कामगार यूनियन, एटक, लोईमु महिला मुक्तिमोर्चा के साथियो ने पावर हाउस आम्बेडकर स्टेच्यू के समक्ष प्रदर्शन किया। मुख्य रूप से जे एन यू के छात्रों के ऊपर हमले का विरोध किया गया। जे एन यू के छात्र लम्बे समय से फीस वृद्धि का विरोध कर रहे हैं। परन्तु जे एन यू प्रबन्धक अनदेखा कर रहा है और छत्रों से बात करने को भी तैयार नहीं है।
भिलाई मे इस घटना का विरोध कर रहे मज़दूर नेता कालदस दाहरिया ने कहा कि “केंद्र में बैठी सरकार छात्रों के हित उनकी मांग पूरी करने की बजाए पुलिस और गुंडों के माध्यम से उन्हे धमका रही है। कल की घटना हृदयविदारक है। शांतिपूर्ण बैठक कर रहे छत्रों पर लोहे के राड, हाकी स्टिक, डंडों आदि से हमला किया गया। सोशल मेडिया पर आई तसवीरों से पता चलता है कि कुछ हमलावरों के पास वो डंडे थे जिनहे खास पुलिस के लिए बनाया जाता है। हमले में जे एन यू छात्र अध्यक्ष का सर फुट गया कुछ छात्रों के हाथ पैर फैक्चर हुए,कइयों को गंभीर चोटें आई है,घायलों को लेने एम्बुलेंस आई तो गुंडों ने तोड़फोड़ कर एम्बुलेंके को वापस लौटा दिया। और केंद्र नियंत्रित दिल्ली पुलिस यह सब चुपचाप देखती रही। इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस कि भूमिका बेहद ही संदिग्ध नज़र आती है।
जेएनयू के छत्र सीएए, एनआरसी और एनपीआर का भी लगातार शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं। उन्होने कहा कि ये बर्बरता केंद्र सरकार के इशारे पर ही कि जा रही है, परिस्थितिया इसी बात कि तरफ इशारा करती हैं। देश के अंदर युद्ध जैसा परिस्थिति कारपोरेट परस्त सरकार ने खड़ी कर दी है। ये संविधान और लोकतंत्र के लिए भयानक खतरे का दौर है। हम लोग मांग करते है कि सभी गुंडों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए, गुंडों को शाह देने वाले पुलिस मंत्री नेता जो भी हो उनके ऊपर सँविधान का उलंघन करने की एफआईआर दर्ज की जाए, छात्रों की फ़ीस वृद्धि पर तत्काल रोक लगाई जाए
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार बेटियों के साथ अत्याचार कर रही है। आज सत्ता का उपयोग आवाम को गुलाम बनाकर रखने के लिए किया जा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता, किसान नेता योगेंद्र यादव को धक्का मुक्की कर नीचे जमीन पर गिरा दिया उनको बोलने नही दिया जा रहा था और भारत माता की जय नारे लगाए जा रहे थे। अहिंसा की बात करने वाली सरकारें खुद खुलकर हिंसा कर रही है”।
भिलाई मे हुए सीएमएम के इस प्रदर्शन में नीरा, उर्मिला, पुष्पा, रचना, प्रीति, गीत, जतीन, जय प्रकाश नायर, सुरेन्द मोहन्ती, विनोद सोनी, कलादास डहरीया आदि उपस्थित थे।