महात्मा गांधी पुण्यतिथि पर पूरे प्रदेश की मानव श्रृंखला में माकपा ने की भागीदारी
वामपंथी पार्टियों और उनके जनसंगठनों सहित विभिन्न सामाजिक-राजनैतिक संगठनों के आह्वान पर पूरे प्रदेश में बनी मानव श्रृंखला में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्तओं ने बड़े पैमाने पर भागीदारी की और संविधान और धर्मनिरपेक्षता की रक्षा करने की शपथ ली। इन कार्यक्रमों में संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी किया गया और महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
राजधानी रायपुर के घड़ी चौक पर एक सभा को संबोधित करते हुए माकपा सचिव संजय परते ने कहा कि धर्म के आधार पर नागरिकता देने का जो कानून मोदी सरकार ने बनाया है, वह संविधान विरोधी है और इसलिए देश की धर्मनिरपेक्ष जनता इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होने कहा कि ये देश गोडसे-सावरकर की राजनीति को सफल नहीं होने देगा। उन्होंने एनपीआर के प्रश्नों का जवाब न देने की भी अपील की, ताकि इसके बाद एनआरसी की प्रक्रिया को विफल किया जा सके। उनके साथ राजेश अवस्थी, अजय कन्नौजे, पूर्णचन्द्र रथ सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल थे। पार्टी के राज्य सचिवमंडल सदस्य एम के नंदी ने सीटू कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किया।

कोरबा में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मानव श्रृंखला बनाई गई, जिसका नेतृत्व माकपा जिला सचिव प्रशांत झा के साथ एस एन बेनर्जी, वी एम मनोहर, जनक दास कुलदीप, माकपा पार्षद सुरती कुलदीप और राजकुमारी कंवर, जनवादी महिला समिति की धनबाई कुलदीप, जनवादी नौजवान सभा के अभिजीत गुप्ता, मनोज विश्वकर्मा, दिलहरण बिंझवार, छत्तीसगढ़ किसान सभा के जवाहर सिंह कंवर आदि ने किया। यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत झा ने कहा कि सीएए-एनपीआर-एनआरसी से भूमिहीन आदिवासी, खेतिहर मजदूर, अचल संपत्ति से वंचित दलित-पिछड़ा वर्ग व मुस्लिम समुदाय सभी परेशान होंगे। इन सभी वर्गों के लोग अपने देश मे ही अपने वजूद को तलाशते घूमेंगे, यह किसी भी सरकार के लिए शर्मनाक स्थिति है। इसका निश्चित तौर पर देश की आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक, शैक्षणिक संस्कृति, धार्मिक क्षेत्रों पर बहुत विपरीत प्रभाव पड़ेगा और भाईचारे के साथ देश की एकता-अखंडता भी कमजोर होगी।

भिलाई में माकपा और सीटू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाई, जिसका नेतृत्व डीवीएस रेड्डी, पी वेंकट आदि ने किया। इसी प्रकार बिलासपुर में माकपा जिला सचिव रवि बेनर्जी, नंद कश्यप आदि ने मानव श्रृंखला में माकपा कार्यकर्ताओं का नेतृत्व किया।

बिलासपुर के गांधी चौक में भी बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। तिरंगा हाथ मे लिए लोगों ने यहाँ लंबी मानव शृंखला बनाई और नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध किया।
यहां उपस्थित सभी लोगों ने इस आंदोलन को अहिंसात्मक तरीके से लगातार करते रहने की बात कही। बिलासपुर मे बनी इस मानव शृंखला मे ऐसे भी बहुत सारे लोग मौजूद थे जो किसी भी राजनीतिक पार्टी के सदस्य नहीं हैं। ये सभी स्वस्फूर्त, संविधान की रक्षा और आपसी भाईचारे को बनाए रखने के लिए सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ़ यहां इकट्ठे हुए थे। नन्द कश्यप, आनंद मिश्रा, लखन सिंह, राधा श्रीवास, आसिफ, नुरूल, असीम तिवारी, रबी बैनर्जी, अब्दुल मन्नान, धर्मेंद्र, प्रतीक वासनिक, कपूर वासनिक, राजिक, अनुराग, धीरज, नवल शर्मा, प्रथमेश मिश्रा, सलीम काज़ी, आदि बहुत से लोग इस मानव शृंखला का हिस्सा बने।