
रतनपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले रतनपुर इलाके के क्वारेनटाईन सेंटर में आज सुबह एक 55 वर्षीय मजदूर की मौत हो जाने का पता चला है.
सूत्रों से जानकारी मिली है कि मस्तुरी निवासी 55 वर्षीय जागेश्वर यादव पिटा चुन्नुलाल यादव मजदूरी करने लखनऊ उत्तरप्रदेश गए हुए थे. वहां से लौटने पर उन्हें 13 जून को रतनपुर के शासकीय महामाया कॉलेज रतनपुर में बनाए गए क्वारेनटाईन सेंटर में रखा गया था. क्वारेनटाईन सेंटर में उनके साथ रह रहे लोगों ने बताया कि जागेश्वर सुबह सुबह जाग जाया करते थे, लेकिन आज सुबह लगभग 5 बजे जब लोग नींद से जागे तो देखा जागेश्वर यादव अब भी लेते हुए हैं. लोगों ने उन्हें जगाने की कोशिश की तो देखा की उनका शरीर बिलकुल ठण्डा पड़ चुका था.
अभी मौके पर पेदिकल और पुलिस की टीम मौजूद है. मृतक का सैम्पल जाँच के लिए भेजा गया है. आज सुबह रतनपुर में हुई इस मौत की अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. हमें ये सूचना और तस्वीरें रतनपुर के लोगों ने पहुचाई हैं.
पहले भी मिली है बदहाली की शिकायत

शासकीय महामाया कॉलेज रतनपुर में बनाए गए क्वारेनटाईन सेंटर में रखे गए मजदूरों से लगातार कई बार हुई बातचीत में cgbasket को वहां की बदहाली शिकायत हर बार मिली हैं. आज सुबह हुई मौत के बाद भी यहाँ रह रहे मजदूरों ने खाने में गन्दगी और कीड़े-मकोड़े मिलने की शिकायत की है.
कैपेसिटी से ज़्यादा मजदूर ठूंस कर रखे गए हैं

मजदूरों ने ये भी बताया कि शासकीय महामाया कॉलेज रतनपुर में बनाए गए क्वारेनटाईन सेंटर में कैपेसिटी से ज़्यादा मजदूर ठूस ठूंस कर रखे गए हैं. मजदूरों ने बताया कि अभी यहाँ लगभग 200 मजदूर रखे गए हैं जो कि यहाँ की क्षमता से तीन गुना से भी ज़्यादा है. लोगन ने ये भी बताया कि 200 मजदूरों के लिए यहाँ सिर्फ़ 2-3 शौचालय ही हैं.
बदइंतज़ामी और लापरवाही और कितनों की मौत का कारण बनेगी ?

छत्तीसगढ़ के क्वारेनटाईन सेंटरों की बदहाली की ख़बरें पूरे छत्तीसगढ़ से लगातार आ रही हैं पर सरकार सुधार के लिए कोई कदम उठाती नहीं दिख रही हुई. अब क्वारेनटाईन में मौत की संख्या भी बढ़ती जा रही है. पर छत्तीसगढ़ की सरकार और ज़िलों का प्रशासन अब भी ख़ुशफ़हमी की नींद सो रहे हैं. सरकार की ये बदइंतज़ामी और लापरवाही मालूम नहीं और कितनों की मौत का कारण बनेगी.