18.11.2017
चन्द्रशेखर आज़ाद और रजतकल्सन को तुरन्त रिहा करने की मांग को लेकर 21 नवम्बर को यूपी भवन दिल्ली पहुचने की अपील .
बहुजन समाज के दो एडवोकेट आज के समय भाजपा और आर एस एस के निशाने पर हैं। रावण को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद इस यूपी सरकार ने रासूका लगा दी और रजत की अग्रिम जमानत अभी पंजाब&हरियाणा हाईकोर्ट से होनी बाकी है ,रजत कल्सन के ऊपर भी करीब एक दर्जन झूठे आपराधिक मामले हरियाणा की सरकार ने दर्ज कर दिए है व सरकार व पुलिस उनको गिरफ्तार कर उनकी आवाज़ दबानेकी फिराक में है।
आज अगर हम सब ने मिलकर रावण पर लगी रासूका का विरोध नहीं किया या रावण को जेल से रिहा कराने के लिए संघर्ष नहीं किया तो कल ये रजत के खिलाफ भी सख्त कारवाई कर सकते हैं इनकी योजना रजत को जेल में भेज कर दबंग कैदियों से मरवाने की है। और फिर नम्बर आप का भी आ सकता है,इसमें भी कोई शक नहीं है।आज ये हालात इसलिए पैदा हो गये क्योंकि हम बहुजनों ने हमारे हक,अधिकारों,जूल्म और शोषण के खिलाफ संघर्ष करना छोड़ दिया है। इन दोनों एडवोकेट्स के समर्थन में एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी सयुंक्त राष्ट्र संघ को लिखा है।
आज ये 2 योद्धा अपने-अपने प्रदेश में हम सब बहुजनों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं अगर आज आप सब ने इन क्रांतिकारी एडवोकेट्स को भाजपा के चुंगल से आजाद करवाने के लिए संघर्ष नही किया तो आने वाले समय में कोई आप का नेतृत्व करने आगे नहीं आऐगा।
आर्मी के नेत्तृत्व में 21/11 को रावण पर लगी रासूका के विरोध में यू पी भवन दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन में ज्यादा से ज्यादा संख्या में जरूर पहुंचे। दिल्ली में इस सरकार के खिलाफ सारे देश में आन्दोलन के लिए एक बड़ा ऐलान किया जाऐगा।
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