आवेश तिवारी की पोस्ट

यह कोई फ़िल्मी कहानी नही है यह मोदी सरकार जनता की नाक के नीचे कौन से खटकर्म कर रही है उसका एक बड़ा नमूना है। तस्वीर में जो लड़की आपको दिखाई दे रही है वो कोई आम लड़की नही है ये लतीफ़ा बिन मोहम्मद अल मकदूम यूएई की राजकुमारी है।
आपने ‘ हाईवे’ देखी होगी बिलकुल उसी तरह से एक दिन इसी साल मार्च महीने में लातिफ़ा ने राजमहल की ज़ंजीरों को तोड़ा और घर से भाग निकली फिर गोवा पहुँच गयी। लातिफ़ा समुद्री मार्ग से अमेरिका जाना चाहती थी और वहाँ पर राजनीतिक शरण चाहती थी।
इंडियन मीडिया को हमेशा की तरह भनक न लगी लेकिन अमेरिकन मीडिया और मानवाधिकार संगठनों ने लातीफ़ा को लेकर हो हल्ला शुरू कर दिया सवाल पूछे जाने लगे।
फिर क्या था राजा साहब ने मोदी जी से सम्पर्क किया, मोदी जी ने न तो विदेश मंत्रालय को कोई जानकारी दी न ही सार्वजनिक तौर पर चर्चा करी,अजीत दोभाल का साथ लिया कोस्ट गार्ड और नेवी को लगाया गया और लातीफ़ा को खोज निकाल ज़बरन दुबई राजा साहब को सौंप दिया।
यह जो आगस्ता के मिशेल को आप देख रहे हैं न, उसके प्रत्यर्पण के नाम पर यह जो ५६ इंच का सीना ठोंका जा रहा है इसी सौदेबाज़ी का नतीजा है। लातीफ़ा अब कहाँ है किसी को नही पता, उन्हें मार दिया गया या ज़िंदा दफ़न कर दिया गया वो भी नही।हमेशा रक्षक बना रहने वाला भारत मोदी सरकार में मुखबिर बन गया.
**
बादल सरोज की वाल से .